“समय की ताकत” – वर्तमान समय जिस प्रकार से सारी दुनिया का परिवर्तन हो रहा, समय किस प्रकार सबको शिक्षा दे रहा हैं ❓❓
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आज हम संसार की हालत चारो ओर रोज देखते है कितना दु:ख अशान्ति, तनाव, बीमारियाँ बढ़ती जा रही हैं, सभी दु:खी है कोई सुखी नही है पापाचार, दुराचार, अत्याचार, व्यसन, नशाखोरी,फैशन बढ़ता जा रहा है। आज घर से बाहर हम अपने को सुरक्षित नही समझ सकते है घर-घर मे बँटवारे, लडाई-झगडे है भाई-भाई के दुश्मन बन गये है। ये सब हमें यही इशारा दे रहे है कि अब कलयुग भरपूर है जिसका विनाश होने वाला है, अब बहुत जल्दी ही महापरिवर्तन होने वाला है।
♀ ♀ प्रख्यात लेखक प्रेमचंद ने लिखा है कि ऐसी कोई घड़ी नहीं, जो गुजरे घंटे को फिर से बजा दे l
यदि आप समय के साथ-साथ नहीं चलते है, समय की पुकार नही सुनते है, समय के महत्व को नही समझते तो समय आपको अपने आप बाहर फेंक देगा l
♀ ♀ समय इन्सान की सबसे बड़ी सम्पदा हैं। यदि इसे विवेकपूर्वक खर्च करें तो वह अवश्य ही जीवन में बहुमूल्य सम्पदा को प्राप्त कर सकता है।
♀ ♀ सही समय 🕰का ‘इंतज़ार’ करते – करते ज़िन्दगी निकल जाएगी . . .
अच्छा होगा कि🕰 ‘समय’ को ही – ‘सही’ करने की कोशिश की जाए।
” समय तो चलती धारा है जिसे ना कोई रोक पाया है ”
” समय एक ही शिक्षा देता है कि चलते रहो , रुको मत ”
♀ ♀ वर्तमान समय अचानक करंसी बदलाव जो हुआ। वो हमें ये बताता है कि अभी के धन का भी कुछ मूल्य नहीं है। इसलिए धन से लोभ किसी कार्य का नहीं है। इसी तरह हर सहारे कुछ न कुछ तरीके से या टूटेंगे या दूर हो जायेंगे। अभी का समय हमें एवररेडी रहने का पाठ पढ़ा रहा है। भगवान के सिवा और कहीं ध्यान दिया तो धोखा मिलेगा। जैसे…अचानक कह दिया गया कि आपके पास जो नोट हैं वो नहीं चलेंगे, बदलने के लिए 50 दिन हैं। आप घबरा गए और कोशिश करने लगे कि किसी भी तरह जल्द से जल्द आपके नोट बदल जाए।
♀ ♀ ज़रा सोचिए एक दिन वो आनेवाला है कि आपसे कह दिया जाएगा कि आपके पास जो कुछ है, कुछ नहीं चलेगा। सिर्फ आपके कर्म ही चलेंगे। जिसे बदलने के लिए 1 सेकंड भी नही मिलेगा। तो सोचिये क्या होगा उस दिन आपका। उस दिन के लिए वो पैसा (श्रेष्ठ कर्म रूपी पूंजी) इकठ्ठा कर लो जो वहाँ चलेगा।
*भगवानुवाच :- किसकी दबी रही धूल में, किसकी राजा खायें*
*किसकी चोर लूट ले जाये, किसकी आग जलाये सफ़ल हो उसकी, जो धनी के नाम लगायें।।*
♀ ♀ अंत समय में हमारा विनाशी धन कोई काम नही आएगा सब मिट्टी में मिल जाएगा। केवल वही सफ़ल होगा, जो श्रेष्ठ कार्य में लगाया हो जिससे अनेक आत्माओं का कल्याण हुआ हो। अंत में ये विनाशी धन हमारे साथ नही जाएगा बल्कि हमारे श्रेष्ठ कर्मो की पूँजी और हमने अपने जीवन में कितनो को सुख दिया कितनी दुवाएं ली वही साथ जायेगा।
♀ ♀ यह समय हमारी तरफ इशारा कर रहा है कि समय को व्यर्थ मत गवाओ, एक सेकण्ड हमारे लिये बहुत कीमती है। अब हमे परमपिता परमात्मा की श्रीमत अनुसार चलना हमें अपना जीवन कौड़ी से हीरे जैसा बनाना है।
♀ ♀ कल-कल कहके समय नही खोना है वर्ना ये कल ही हमारा काल बन जायेगा और हमे खा जायेगा
♀ ♀ समय सबसे बड़ी पूंजी है जिसने समय को अपना साथी बना लिया वो सफल हो जाता और जो समय के आगे या पीछे रहता उसको रुकना ही पड़ता है क्योंकि समय हमसे नही हमें समय के साथ चलना है।
*”अभी नहीं तो कभी नहीं “*
Nice article..
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Thanks Aman
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Nice one
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Thanks Rohit.
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Letswin
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